अभी खामोश है मचलना सीख जाएगा अभी खामोश है मचलना सीख जाएगा हो कितना भी वो पत्थर का, पिघलना सीख जाएगा तुम अपना दिल मुझे एक बार दे कर के तो देखो रहेगा पास मेरे तो धड़कना सीख जाएगा
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